फरीदाबाद : पुलिस आयुक्त कार्यालय में सभी जोन के पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त व थाना प्रभारियों के साथ आयोजित एक बैठक में पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने व पीड़ितों को जल्द से जल्द न्याय दिलवाने के बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए|
उन्होंने कहा कि पीड़ित की पूरी बात सुनकर आरोपियों के खिलाफ कानून के तहत सख्त कार्रवाई करें। अपराधी किस्म के लोगों से कानून के दायरे में रहकर सख्ती से निपटें व थाना प्रभारी अपने थाना क्षेत्र में चोरी को रोकने के लिए उचित कदम उठाएं। साफ सफाई और सच्चाई ही एक पुलिस अधिकारी की पहचान होती है इसलिए आप सच्चाई का साथ दें और अपना चरित्र साफ सुथरा रखें। पुलिस अधिकारी द्वारा किए गए कार्यों से ही पता चलता है कि वह ऑफिसर कितना सक्रिय है। पुलिस अधिकारी की छवि अच्छी होनी चाहिए और वह अपने काम में निपुण होना चाहिए। उसे किसी भी प्रकार की उत्तेजना में न आकर अपने दिमाग पर नियंत्रण रखना चाहिए और किसी भी परिस्थिति में मुसीबत का डटकर सामना करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी अपने इलाके का जिम्मेवार अधिकारी होता है। थाना प्रभारी को अपने थाना क्षेत्र के अलावा फरीदाबाद के गैंगस्टर के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए। श्री अरोड़ा ने कहा कि एरिया में पुलिस प्रेजेंस दिखाई देनी चाहिए ताकि आपराधिक प्रवृत्ति के लोग किसी वारदात को अंजाम न दे पाए और किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर तुरंत मौके पर पहुंचना चाहिए। अपने अच्छे कार्य के बारे में लोगों को बताना चाहिए ताकि उन्हें पता चल सके की पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए क्या-क्या कार्य कर रही है।
इसके साथ ही सराहनीय कार्य करने वाले 17 पुलिसकर्मियों को प्रथम श्रेणी प्रशंसा पत्र दिया गया। पुरस्कृत किए गए इन पुलिसकर्मियों में निरीक्षक विनोद कुमार तथा राजेश कुमार, उपनिरीक्षक विशाल, अश्वनी, कृष्ण गोपाल व रणधीर, प्रधान सिपाही दीपक, मनोज, गुलशन, राजनारायण व प्रदीप, सिपाही प्रवीण तथा अमन का नाम शामिल है। पुलिस आयुक्त ने सभी पुलिसकर्मियों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए इसी प्रकार नागरिकों के हित के लिए कार्य करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया।